वो हारी नहीं
वो हारी नहीं ये बात है 22 सितंबर , 2016 की ; ICAI के Orientation Course का सातवाँ दिन| रोज़ाना की तरह आज की फैकल्टी ने भी हमें ज्ञान की बातें बताई , अपने अनुभवों को हमारे साथ साझा किया | दोपहर हो चली थी , और दोपहर के खाने की घंटी बजने ही वाली थी उससे पहले ही सी ए अर्पित अग्रवाल जी ने हमे एक टास्क दिया | उन्होंने हमें बताया की दोपहर के खाने की छुट्टी के दौरान ही हमें एक स्किट तैयार करना है | हमारी टीम ने मिलकर विषय चुना "एसिड अटैक " और खाना ख़त्म करते ही तैयारियााँ शुरू हो गयी | स्किट परफॉर्म करने के लिए हमें केवल 2 मिनट का समय दिया गया था और इतने कम समय में एक पूरी कहानी दिखा पाना हमें एक चुनौती लग रहा था | और तब मैंने एक सुझाव दिया और कुछ स्वरचित पंक्तियों का सहारा लिया | आज वही पंक्तियाँ मैं आप सभी के साथ साझा करना चाहती हूँ , जो एक एसिड अटैक सर्वाइवर के दर्द और संघर्ष को बयां करती है | फिर संजोए सपने कुछ वो , आज अपनी आँख में चल रही थी बेख़बर इक खतरे से उस राह में | देखे थे जो चेहरे उसने खुशियों ...