इस काढ़े को रोज पियें और फिर देखें चमत्कार


ये काढ़ा है Immunity बूस्टर | 

    

काढ़ा हम सभी के लिए कोई नया शब्द नहीं है | हम में से ज़्यादातर लोग बचपन से दादी या नानी के नुस्खों के बारे में सुनते आये हैं , उन्हीं नुस्खों में कहीं न कहीं हमने एक जादुई काढ़े के बारे में भी जरूर सुना होगा | वो काढ़ा जो झट से हमारी सर्दी , खाँसी और जुक़ाम को रफुचक्कर कर देता था | बदलते ज़माने के साथ हमारी आदतें और मान्यताएं  भी बदल गयीं हैं | मॉडर्न मेडिकल साइंस को हम इतनी महत्ता देने लगे की आयुर्वेद को कहीं पीछे ही छोड़ आये | परन्तु आज के समय में अगर इन दोनों का मेल हो जाए तो चमत्कार ही देखने को मिलेंगे | आये दिन आप ऐसे चमत्कारों  के बारे में सुनते या पढ़ते भी होंगे | 
इसलिए आप भी आयुर्वेद की शक्ति को नज़रअंदाज ना करें और काढ़े के सेवन के महत्त्व को समझें | 

तो आज हम जानेंगे की ये चमत्कारी काढ़ा कैसे बनाते हैं और इसके क्या फ़ायदे हैं ?

यूं तो काढ़ा कई तरीके से बनाया जाता है।परन्तु यहां हम खासतौर पर जानेंगे क‍ि शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और गले की खराश व खांसी को दूर करने के लिए काढ़ा कैसे बनाया जाए। इस काढ़े को रसोई में मौजूद आम चीजों और कुछ आयुर्वेदिक महत्व रखने वाली जड़ी बूटियों की मदद से तैयार क‍िया जा सकता है

काढ़ा बनाने के लिए आवश्यक सामग्री (1 कप )

पानी (water)                             -  1.5 कप 
अश्व्गन्धा (Withania somnifera)   - 1 इंच टुकड़ा 
मुलैठी (Liquorice)                     - 1.5 इंच टुकड़ा 
गिलोय (Tinospora cardifolia)      - 1 इंच टुकड़ा 
काली मिर्च (Black pepper seeds)   - 2 से 3  दाने 
लौंग (Cloves)                              - 1 कली 
दालचीनी (cinnamon)                  - 1 इंच टुकड़ा 
तुलसी के पत्ते (Basil leaves)         -  3 से 4 पत्ते 
अदरक (Ginger)                        - 2 इंच टुकड़ा 
नींबू का रस (lemon juice)           - 1 टी  स्पून 

काढ़ा बनाने की विधि 

  • सबसे पहले सभी सामग्रियों को अच्छे से धोकर साफ़ करलें | 

  • एक साफ़ बर्तन में पानी डाल कर धीमी आँच पर गैस पर चढ़ा दें | 
  • अब इसमें तुलसी के पत्ते डाल दीजिये | 
  • अब एक- एक करके अश्वगंधा , मुलैठी , गिलोय ,लौंग, दालचीनी ,कालीमिर्च और अदरक को अच्छे से कूट कर पानी में डाल  दीजिये | 
  • अब इसे कम से कम 8-10 मिनट तक धीमी आँच पर उबालेंगे | 
  • जब काढ़ा उबल जाए तब आप इसमें स्वादानुसार शहद या चीनी डाल  दें | ऐसा करने से काढ़ा कड़वा नहीं लगेगा और बच्चे भी आराम से पी लेंगे | 
  • अब काढ़े को आंच से उतार लें और इसमें नीम्बू का रस डाल दें | 
काढ़ा पीने के लिए तैयार है | 

काढ़े के फ़ायदे 

अगर आप काढ़े का सेवन नियमित रूप से करते रहेंगे तो इसके फायदों को आप खुद अनुभव कर पाएंगे | घर में हर उम्र के लोगों को ये काढ़ा दिन में कम से कम दो बार ज़रूर पिलाएँ | कोरोना से बचे  रहने के लिए भी ये काढ़ा बहुत कारगर है , इससे आपकी इम्युनिटी मजबूत होगी और आप रोगों से लड़ पाएँगे | काढ़े को पीने के कुछ फ़ायदे मैंने आपके लिए यहां लिखें  हैं इन्हें ज़रूर पढ़ें | 
  • इससे गले की खराश में आराम मिलता है और खांसी में राहत आती है।
  • काढ़े के न‍ियम‍ित सेवन से शरीर में गर्मी आती है और जल्‍दी खांसी, जुकाम, बुखार आद‍ि नहीं होता।
  • काढ़ा पीने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और कीटाणुओं व विषाणुओं के हमले से आप जल्‍दी प्रभावित नहीं होते हैं।  

सावधानियाँ 

हालाँकि काढ़ा पीने के कई फ़ायदे  हैं  परंतु इसके साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं | इसके लिए आपको कुछ सावधानियाँ  लेनी होंगी | काढ़े को बनाते समय औषधियों की मात्रा पर खास ध्यान रखें। काढ़े के सेवन से आपको किसी तरह का कोई नुकसान दिखे तो अदरक, काली मिर्च, अश्वगंधा और दालचीनी की मात्रा कम कर दें। समस्या कम नहीं होने पर किसी आयुर्वेदाचार्य से जरूर सलाह लें।




Comments

  1. ����������������

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular Posts

Your father is Wonderful- Poem for Father's Day

मुस्कुराहट /Smile

छन-छन